अलवर : अलवर नगर निगम के द्वारा नाला सफाई ठेका करोड़ों रुपए का देने के बाद भी नालों की नित्य रूप से सफाई नहीं हो रही हैं। देखा गया है कि ठेके के नाम पर नगर निगम में भ्रष्टाचार के कारण सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से ठप हो चुकी है। ठेकेदारों द्वारा नगर निगम के अधिकारियों को मीठी चुपड़ी बाते करके ठेकेदार ठेका ले लेते है, ठेका मिलने के बाद घर बैठ जाते है। ऐसा ही नजारा मन्नका रोड पर देखा गया, गंदा नाला काफी समय से साफ नहीं किया गया, जिसके कारण दीवारों में से पेड़ों की टहनियां निकलना चालू हो गई, जो भविष्य में पेड़ के रूप में तब्दील हो सकती हैं। हाल ही में नाले की दीवार की रिपेयरिंग की गई थी लेकिन अधूरा आधी दीवार बनाकर बंद कर दिया। नाले की वजह से कोई दुर्घटना न हो। ऐसे में सेफ्टी दीवार तक नहीं है, नगर निगम के द्वारा आधी दीवार बनाई गई। नाले की टूटी दीवार की जगह पर ना कोई संकेत लगा रखा है न कोई सूचना, जिसकी वजह से रात के अंधेरे में कोई वाहन बच्चे, बुजुर्ग या कोई जानवर इस नाले में गिर सकता हैं। गंदगी इतनी ज्यादा है की गंदगी के कारण नाले के अंदर दलदल जैसी कीचड़ बनी हुई है। यदि पूर्ण रूप से नालों की सफाई नहीं हुई तो भविष्य में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ऐसा ही नजारा इंदिरा कॉलोनी वेयर हॉउस के पीछे नालियां कचरे से लबालब मिली, लगता है कई वर्षो से यह नालियां साफ नहीं हुई। नालियों मे घास तक उग गई लेकिन ठेकेदार के द्वारा आज तक नालियां साफ नहीं करवाई। इस समस्याओं को लेकर आयुक्त से मिलते तो मीटिंग का बहाना लगाकर पल्ला झाड़ लेते हैं। क्या ठेकेदार अपनी मनमानी करने से बाज आएंगे या नहीं। नगर निगम में ऐसे ही भ्रष्टाचार चलता रहेगा।
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