कोटपूतली ): स्थानीय हंस पी.जी. कॉलेज में बुधवार को भारतीय शिक्षण मण्डल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि डॉ.अशोक चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण राष्ट्र व समाज के लिये समर्पित किया। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप में हिंदू दर्शन के सिद्धान्तों का प्रसार किया और कई सार्वजनिक और निजी व्याख्यानों का आयोजन किया। भारत में विवेकानन्द को एक देश भक्त सन्यासी के रूप में जाना जाता है और उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने भारतीय संस्कृति का देश व विदेशों में प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने विदेश की भूमि को भोग भूमि तथा भारत की भूमि को पुण्य भूमि कहा। निदेशक उमेश बंसल ने कहा कि राष्ट्र व समाज उन्हीं व्यक्तियों को याद करता है जो समाज व राष्ट्र के लिये कार्य करते हैं। उन्होंने युवा शक्ति को अनुशासन का महत्व बताया। हंस कॉलेज प्राचार्य डॉ.एसके शर्मा ने स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति के वास्तविक जीवन मूल्यों का विश्व में प्रचार किया। हमें भी उनके जीवन से सीख लेनी चाहिये तथा राष्ट्र व समाज के लिये सदैव समर्पित रहना चाहिये। हंस बी.एड कॉलेज के प्राचार्य डॉ.मुकेश कुमार यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अतिथियों ने माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्रा कोमल ने स्वागत गीत्त गायन किया तथा छात्रा निधि सैन ने भारतीय शिक्षण मण्डल के ध्येय मंत्र व ध्येय वाक्य प्रस्तुत किये। संचालन सरोज यादव ने किया। इस मौके पर सुनील सैनी, दयानन्द माण्डैया, सरोज यादव, पूजा बंसल, आनन्द शर्मा, सुनील कुमार, विक्रम प्रजापत, कैप्टन सुल्तान यादव, गजानन्द यादव, हेमन्त सैनी, राजवीर यादव, अनिल सैनी आदि उपस्थित रहे।
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