अलवर (मनीष अरोड़ा): भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अलवर कोर्ट में RAA के बाबू जितेंद्र मीणा को डेढ़ लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी के डीएसपी महेंद्र मीणा ने बताया कि परिवादी ने स्कूल संचालन के लिए 3 वर्ष पहले जमीन की खरीद की थी लेकिन उसपर RAA का स्टे चल रहा था, जिस पर लगे स्टे को तुड़वाने के लिए बाबू जितेंद्र मीणा से सम्पर्क हुआ। परिवादी ने आरोप लगाया कि यह बाबू दोनों पक्षों से मिलीभगत करता है और दोनों पक्षो से रिश्वत के पैसे लेता है। पहले विपक्षी पार्टी से रिश्वत ली थी, उसके बाद मेरे से रिश्वत की मांग की क्योकि इस बाबू की विभाग में गहरी पैठ है, जिसके चलते यह बाबू स्टे लगवाता भी है और तुड़वाता भी है। परिवादी ने कहा कि मेरे पक्ष में SDM कोर्ट ने फैसला भी सुना दिया था लेकिन इसके बाद भी यह बाबू अपना खेल खेलता रहा और उसके बाद विपक्ष की पार्टी से दुबारा स्टे लगवा दिया, जिसके बाद यह बाबू 6 जनवरी 2025 को मिला और कहा कि डेढ़ लाख रुपये लगेंगे, जिसको लेकर परिवादी जब आया तो यह युवक पैसे लेकर जाने लगा तो कोर्ट के गेट पर खड़ी ACB की टीम ने आरोपी को पकड़ लिया और जिससे डेढ़ लाख रुपये नगद बरामद किये। एसीबी के डीएसपी महेंद्र मीणा ने बताया कि बाबू पर दिसंबर से ही निगरानी की जा रही थी। तीन दिन पहले मामले का सत्यापन कराया गया और परिवादी को पैसे लेकर बुलाया तथा इसे डेढ़ लाख की रिश्वत के साथ रेंज याद गिरफ्तार किया गया है। जब आरोपी रिश्वत की मांग कर रहा था तब आरोपी बाबू ने कहा कि ऊपर वाले लोगो को भी रुपये देने होते है, RAA को भी देने है, डेढ लाख तो लगेंगे ही। इस मामले में अलवर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए आरोपी जितेंद्र कुमार को डेढ़ लाख की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया गया है। बहरहाल, इसमें कोई दो राय नहीं है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों भ्रष्टाचारियों के खिलाफ रोज सख्त कदम उठा रहा है, बावजूद इसके भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा। राजस्थान में लगातार घूसखोर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़ रहे हैं। रोजाना सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रंगे हाथों पकड़े जा रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य है कि सरकार से मिलने वाली मोटी तनख्वाह के बावजूद भी इनका पेट बिना रिश्वत के नहीं भरता, यह बात काबिले गौर है।
कोर्ट का स्टे तुड़वाने की एवज में अलवर कोर्ट में डेढ़ लाख की रिश्वत लेते बाबू चढ़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे
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January 09, 2025
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