जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): जाम्बिया सरकार ने अपने
परिपत्र के तहत आधिकारिक तौर से 15% निर्यात शुल्क को हटा दिया है, जो 1 जनवरी 2025 से ही प्रभावी होगा। यह निर्णय वैश्विक स्तर पर पन्ना और अन्य कीमती पत्थरों के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। जयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहे रत्न और आभूषण व्यापार के लिए एक सकारात्मक कदम बताया है। इस फैसले से जयपुर, जिसे विश्व की “एमराल्ड कैपिटल” (पन्ना नगरी) के रूप में जाना जाता है, को सीधा लाभ होगा। जयपुर का पन्ना उद्योग पहले से ही वैश्विक पहचान बनाए हुए है और इस शुल्क हटाने से निर्यात व्यापार को नई ऊर्जा मिलेगी।
जयपुर के व्यापारी और रत्न निर्यातक इस निर्णय से उत्साहित हैं, क्योंकि इससे न केवल कच्चे पन्ने (रफ एमराल्ड) की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि वैश्विक बाजार में जयपुर के पन्ना उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता भी मजबूत होगी। जयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने जाम्बिया सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को और प्रगाढ़ करेगा तथा जयपुर को एक बार फिर वैश्विक पन्ना व्यापार के केंद्र में स्थापित करेगा।