मलसीसर : गुरुवार का दिन मलसीसर के इतिहास में एक अपूरणीय क्षति के अक्षर अंकित कर गया। कस्बे के लोक लाडले सरपंच ताराचंद जी जांगिड़ को हज़ारों लोगों ने अंतिम विदाई दी। कस्बे के यह पहले दंपति थे जिनको गांव ने पति और पत्नी दोनों को मलसीसर सरपंच का गौरव प्रदान किया। सरपंच ताराचंद जांगिड़ के कार्यकाल में मलसीसर में सड़को का सबसे बड़ा जाल बिछा, वहीं समिति की पहली पंचायत, जिसमें लाईटें लगी व नगर पालिका की तर्ज पर साफ सफाई शुरु हुई। इनकी सड़कें भी वाल टू वाल बनती। मलसीसर सरपंच के विकास कार्यों की प्रशंसा पुरी पंचायत समिति के गांवों में होती है। सरपंच ताराचंद जांगिड़ सरल सोम्य स्वभाव के धनी थे। लोगों ने उनको कभी गुस्से में नहीं देखा। गुरुवार को उन्हें आमजन के साथ -साथ विधायक रीटा चौधरी, वरिष्ठ भाजपा नेता डाॅ.राजेश बाबल, सूरत टैक्सटाइल ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष कैलाश हाकिम, अति.बीडीओ विमल कुमार जांगिड़, नायब तहसीलदार छगन सिंह मीणा, वाटर सैड परियोजना के एसई कृष्ण कुमार बाबल झुंझुनूं, भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय जांगिड़, पूर्व प्रधान गिरधारीलाल खीचड़, सुनील श्योराण, उपप्रधान प्रतिनिधि नदीम चौहान, निजी शिक्षण संस्थान संघ ब्लॉक अध्यक्ष इकबाल लालपुरिया, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ.जितेंद्र सिंह, एडवोकेट विनोद गिल, चिरंजीलाल चौमाल, रतन लाल लाठ, अरुण कौशिक, व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित व्यास सहित कस्बे के समस्त संस्थाओं के पदाधिकारियों तथा वार्ड पंचों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। मलसीसर के अलावा आसपास के इलाके से भी बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग शामिल हुए। सरपंच साहब को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे संजय कुमार ने दी। कस्बे की निजी स्कूलों के साथ राजकीय स्कूलों में भी अवकाश रहा। मलसीसर बाजार भी उनके शोक -सम्मान में बंद रहा।
सैंकड़ों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है तब जाकर पैदा होते हैं चमन में ऐसे दीदार पैदा
By -
February 20, 2025
0
Tags: