जयपुर : कांग्रेस विधायक दल की मांग पर विधानसभा में आसन द्वारा व्यवस्था दिये जाने पर राज्य सरकार की ओर से गृह राज्य मंत्री द्वारा कृषि मंत्री किरोडीलाल मीना के फोन टैपिंग के बयान पर जवाब दिया गया। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने बताया कि गृह राज्य मंत्री ने फिर अपना पुराना बयान दोहराया, जो कि उन्होंने मीडिया के सामने दिया था। प्रतिपक्ष के नेता जूली ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है। जब राइजिंग राजस्थान का कार्यक्रम हो रहा था। उस समय भी एक कैबीनेट मंत्री द्वारा आरोप लगाये गये थे कि मुख्यमंत्री जी को उन पर संशय है कि यदि वे उस कार्यक्रम में जायेंगे तो हुडदंग करवा सकते हैं। जूली ने कहा कि जब सरकार के मंत्री ने इस्तीफा दे रखा है और पार्टी के अध्यक्ष ने उनको उनके बयान के कारण नोटिस भी दिया है, लेकिन मंत्री ने नोटिस में यह नहीं कहा कि मेरा बयान गलत है, उन्होंने नोटिस में यह कहा है कि मुझे यह बातें सार्वजनिक रूप से नहीं कहनी चाहिए थी और उन्होंने अपने बयान पर खेद भी व्यक्त नहीं किया है। जूली ने कहा कि आज भी यह प्रश्न खडा है कि मंत्री का बयान सही है या सरकार का जवाब क्योंकि दोनों में से कोई एक तो गलत है, जो गलत है, उसके विरूद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। जूली ने कहा कि यदि सरकार को यही जवाब दिलवाना था तो उसी दिन सदन में दे देना चाहिए था, ताकि सदन की कार्यवाही बाधित नहीं होती। जूली ने कहा कि यह सरकार की सोची-समझी चाल का हिस्सा था, ताकि प्रतिपक्ष की तरफ से सरकार की विफलताओं को उजागर नहीं किया जा सके और सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य भी यह नहीं चाहते थे कि मुख्यमंत्री जी का भाषण शांतिपूर्वक हो। उन्होंने कहा कि यह सारा षडयंत्र मुझे नहीं बोलने देने के लिये किया गया था।
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