ज्ञान-भक्ति के साथ शिव महापुराण ग्रन्थ विशिष्ट रूप से कर्म प्रधान है: बाल व्यास श्री श्रीकांत जी शर्मा

AYUSH ANTIMA
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*ज्ञान-भक्ति के साथ शिव महापुराण ग्रन्थ विशिष्ट रूप से कर्म प्रधान है: बाल व्यास श्री श

झुंझुनू ): लावरेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर के 33वें वार्षिक उत्सव के शुभ अवसर पर शिव महापुराण कथा यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर के सामने श्री चौथमल जी गोयनका नोहरा में किया जा रहा है। शिव महापुराण कथा यज्ञ में द्वित्तीय दिवस शनिवार को व्यास पीठ से विश्वविख्यात श्रद्धेय बाल व्यास श्री श्रीकांत जी शर्मा ने अपने कोकिल कंठ से गणेश पूजन के साथ मधुर संगीतमय कीर्तन तथा सरल हिंदी भाषा में रोचक एवं ज्ञान राग दृष्टांत सहित कथा का रसपान श्रोता भक्तों को करवाया। इससे पूर्व भागवत ग्रंथ का पूजन मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा विद्वान पंडितों के आचार्यत्व में किया गया। व्यास पीठ से बाल व्यास ने कहा कि शिवमहा पुराण में शिव-भक्ति और शिव-महिमा का दिव्य वर्णन है। ज्ञान-भक्ति के साथ यह ग्रन्थ विशिष्ट रूप से कर्म प्रधान है। प्राय: सभी पुराणों में शिव को त्याग, तपस्या, वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति बताया गया है। इसमें प्रकृति के अन्तर्गत शिव की अष्ट मूर्तियों का भी वर्णन है। इसमें रुद्राक्ष, बेलपत्र, भस्मादि की अद्भुत महिमा वर्णित है। दिनों की उत्पत्ति एवं उनके देव तथा महीनों का वर्णन भी श्री शिव पुराण में सम्यक् प्रकार से किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान् श्री साम्ब सदाशिव की अनुपम अद्भुत दिव्य कथाओं की चर्चा ही श्रीशिव पुराण हैं। भगवान् शिव की वाणी से ही प्रकट होने वाली यह दिव्य कथा है। परम वैष्णव भगवान् श्रीसाम्ब सदाशिव की यह कथा, शैवों का कण्ठहार भी है। कथा के मध्य महाराज श्री के कोकीलकंठ से गाये गये भगवान शिव के भजनों का भी श्रोता भक्तों ने आनंद उठाया। कथा का समय 1 से सायंकाल 5 बजे तक का रखा गया है। कथा स्थल को सुंदर वाटर प्रूफ टेंट बनाकर सजाया गया। कथा श्रवण हेतु महिलाओं एवं पुरुषों की बैठने के लिए अलग-अलग सुन्दर व्यवस्था सराहनीय रही। इस अवसर पर लावरेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं ट्रस्टी इंद्र कुमार मोदी दिल्ली, सुरेश चंद्र पंसारी, कृपा शंकर मोदी मुंबई, ओमप्रकाश तुलस्यान चेन्नई, राजकुमार अग्रवाल जयपुर, राधेश्याम ढंढारिया जयपुर, अनिल टेकड़ीवाल एवं दिनेश गुप्ता दिल्ली, परमेश्वर हलवाई, रमाकांत एवं प्रदीप जालान सूरत, जयपुर से प्रमोद अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, पूनम ढंढारिया, संजय अग्रवाल, मुंबई से गोपी राम मोदी, संत कुमार मोदी, सूरत से विमल ढंढारिया, सुशील तुलस्यान हैदराबाद, चेन्नई से महावीर प्रसाद गुप्ता एवं गजेंद्र मोदी, अशोक अग्रवाल नीमकाथाना, रामकिशन लोहिया मुंबई स्थानीय कार्यकारिणी सदस्य बुद्धि प्रकाश अग्रवाल, श्रीकांत पंसारी, कैलाश अग्रवाल, राकेश तुलस्यान, डॉ.डीएन तुलस्यान, कालूराम तुलस्यान, इंद्रचंद तुलस्यान, श्री गोपाल हलवाई, सम्पत चुडैलावाला, शिवचरण हलवाई, नितिन नारनोली, अनिल केजडीवाल, निर्मल मोदी, सुभाष जालान, पंडाल एवं स्टेज डेकोरेटर आशीष श्रीमोहन तुलस्यान, टेंट वाले रामावतार जांगिड़, कैलाश चंद्र सिंघानिया, रघुनाथ पौद्दार, अर्जुन वर्मा, शरद शर्मा, पवन केजडीवाल, उमाशंकर महमिया, पवन पुजारी, विनोद पुरोहित सहित अन्यजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। 2 फरवरी को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर मंदिर कथा स्थल पर कथा के पश्चात भंडारा महाप्रसाद का आयोजन भी किया गया है, जिसमें सभी भक्तगण सादर आमंत्रित है।
2 फरवरी, रविवार को कथा में शिव पार्वती विवाह का वर्णन महाराज श्री करेंगे।

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