गणगौर में संस्कृति हुई साकार, महिलाओं ने जमाया रंग

AYUSH ANTIMA
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जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): राजस्थान संस्कृति पारंपरिक तीज त्योहार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाता है। इसी कड़ी में इस वर्ष भी गणगौर उत्सव का महाआयोजन बहुत ही धूमधाम के साथ किया गया। शिल्पी फाउंडेशन की ओर से हर वर्ष  की तरह इस बार यूबाय के सहयोग से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उददेश्य से गणगौर फेस्टिवल का आयोजन शनिवार, 29 मार्च को होटल कुड़की हाउस में किया गया।  फाउंडेशन की संस्थापक, शिल्पी अग्रवाल ने बताया कि इस उत्सव में लगभग 400 से 500 महिलाएं राजस्थानी परिधानों में सोलह सिंगार कर भारतीय संस्कृति की सुंदर झलक पेश की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला उद्यमियों को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी कला, कौशल और उद्यमशीलता का प्रदर्शन कर सकें। यह आयोजन उन महिलाओं को समर्पित है, जो अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में संतुलन बनाए रखते हुए समाज के विकास में सक्रिय योगदान दे रही हैं। इसके अतिरिक्त, यह आयोजन नई पीढ़ी को भारतीय त्योहारों और संस्कृति से जोड़ने का एक प्रयास है, ताकि हमारी परंपराएं जीवित रह सकें और आने वाली पीढ़ियां भी उनसे जुड़ी रहें। कार्यक्रम में कई सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की गई। जिनमें ट्रेडिशनल ड्रेस प्रतियोगिता, बेस्ट कपल डांसिंग, सोलो डांसिंग, रैंप वॉक, घूमर नृत्य, गणगौर पूजा और Ubuy के द्वारा आयोजित क्विज शामिल हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में विधायक गोपाल शर्मा, आरएएस पंकज ओझा, अमित गोयल, डॉ.राजीव शर्मा, राहुल द्विवेदी, उप निदेशक पर्यटन विभाग उपेन्द्र सिंह शेखावत, शिवकरण जानू, राजीव शर्मा, पवन गोयल, वैभवी प्रकाश, सिद्धि जौहरी और यूबाय के निदेशक दिनेश कुमार शामिल हुए। फाउंडेशन की संरक्षक सुनीता अग्रवाल ने बताया कि गणगौर क्वीन कोमल सिद्ध बनीं। मंच संचालन एंकर प्रीति सक्सेना किया गयाl

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